ट्रैफिक जाम -एक गंभीर समस्या लखीमपुर- (खीरी) के लिए ?



 ट्रैफिक जाम -एक गंभीर समस्या लखीमपुर- (खीरी) के लिए ?



लखीमपुर शहर उत्तरप्रदेश का एक पुराना  शहर है। जो नगरपालिका के नियमों से नहीं बना उल्टा -सीधा निर्माड़ अतः लखीमपुर के लिए गंभीर समस्या होता जा रहा है। तंग बजार व तंग गालिया लखीमपुर ट्रैफिक के  लिए गंभीर समस्या है। और इसी समस्या के समाधान के लिए प्रसाशन और नगरपलिका लगे है। ये समस्या तब और गंभीर हो गई जब लखीमपुर शहर में न्यायलय डीएम व पुलिस कप्तान कर्यालय बस स्टैंड और जिला अस्पताल और पुलिस लाइन जिला कारागार तहसील आदि। सब शहर के बीचो -बीच है। इसमें जिला अस्पताल तो ज्यादा गंभीर विषय है। कारण किसी गंभीर समय में ट्रैफिक जाम मरीज को जल्दी से पहुंचने नहीं देगा। 

प्रशासन शहर में नगरपालिका के साथ मिलकर तोड़ -फोड़ कर  रहा है। परन्तु लोग अतिक्रमड़ से बाज नहीं आ रहे है। फिर से रोड की तरफ बढ़ जाते है। लखीमपुर बाईपास पर एक लम्बे पुल का निर्माड़ कार्य शुरू हो गया है। बस स्टैंड को भी शहर से बाहर लाने की कोशिश शुरू हो गई है। लखीमपुर मेडिकल कॉलेज तो पहले से ही शहर के बाहर है। परन्तु आज के समय में अधिकतर सरकारी कार्यालय शहर के (बीचो -बीच )चिंता का कारण बने हुए  है। जिनका एकदम से बाहर करना  संभव नहीं है। ये सीर्फ लम्बी सोच के साथ नगरपालिका के दौरा शहर की बिल्डिगों के निर्माड़ को ना करने के कारण हुआ। अभी दो -तीन दिन पहले सदर विधायक को भी ट्र्रैफिक जाम का अहसास हुआ। और उन्हें रात में ठण्ड में फुटपाथ पर धरने पर बैठना पड़ा विधायक जी रात धरने पर है। तो अधिकारी तुरंत हरकत में आये। उसी समय (c.o) सिटी पहुंचे और बस स्टैंड के आश -पास अतिक्रमड़  हटाया गया और ये मंजर इसलिए भी नज़र आया की विधायक जी जो स्कूटी पर अकेले शहर में थे। ट्रैफिक जाम फस गए  और ट्रैफिक जाम को खुलवाने में लगी पुलिस को पता नहीं था। की सदर विधायक स्कूटी पर है। और उन्हें ने विधयक जी को कहा चल ,चल, जल्दी चल बस विधायक जी एक तो जाम से खफा और एक पुलिस के सब्दो से वही बैठ गए। धरने पर और रात में ही अतिक्रमड़ हटवाया गया। ये तो विधायक जी भी परन्तु रोज शहर में कितने लोग होंगे जिन्हे इस ट्रैफिक जाम को झेलना पड़ता है। सही वेवस्थायो के ना होने के कारण ट्रेफिक गंभीर समस्या है।                                                                                                                                                                                                                        इस ट्रैफिक में थ्री -वहीलर वाले ने भी अदम योगदान दिया। क्योकि शहर तंग है। तेल महँगा इसलिए लोग थ्री वाहिलेरो पर ही सफर करते है। अपनी कमाई के चककर में ये भी वीइलर ट्रैफिक नियमो को तोड़ते है। और ट्रैफिक पुलिस मुकदर्सक बनकर तमाशा देखते है। अब जिस तरह से समस्या रोज और गंभीर होती जा रही है। तो टॉउन तिउलप विभाग को कुछ बड़े कदम उठाने पड़ेंगे तभी सुधार होगा और शहर का विकाश होगा। 

 धयन्वाद। 💚

जय हिन्द। जय भारत। 🙏

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