तिकुनियां कांड के मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा को मिली अंतिम जमानत सुप्रीम कोर्ट से ?
अभी कल तक सोशल मिडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा था। कि योगी जी की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में आशीष मिश्रा की जमानत का भारी विरोध किया जिसमे कहा गया की आशीष मिश्रा को अगर ,जमानत मिलेगी तो उसका असर केश पर पड़ेगा। जनता👉 में गलत मैसेज जायेगा आदि - आदि और सुप्रीम कोर्ट ने भी जेल में बंद किसानो की चिंता की थी। और उन्हें भी जमानत मिली थी। आज खबर आती है। की आशीष मिश्रा को अंतिम जमानत दे दी गयी। न्यूज़ चल रही थी की प्रधान मंत्री किसी भी समय💜 अजय मिश्रा टेनी को उनके मंत्री पद्द से हटा सकते है। और आज खबर आयी की 25 जनवरी की वाद शुचि के अनुसार सिर्फ अदालत की वेबसाइट पर अपलोड एक फैसला जिसके अनुसार न्याय मूर्ति सूर्यकांत और न्याय मूर्ति जे.के माहेश्वरी की पीठ ने आशीष मिश्रा की जमानत का फैसला उसे आठ हफ्ते की अंतिम जमानत के रूप में सुनाया ये फैसला 19 जनवरी को सुरछित रख दिया गया था। और माहौल बनाकर जमानत दे दी गयी फैसला क्या था। इसका आभास सरकार को पहले से ही था। ये सोचने का विषय है। क्यो की योगी सरकार के हक़ में सोशल मिडिया पर पहले से ही प्रचार शुरू हो गया था। और प्रधान मंत्री 💚अजय मिश्रा टेनी को हटा सकते है। ये भी प्रचार शुरू हो गया था। अब जमानत का मुख्य आधार दोषी साबित न होने का आरोपी को ज्यादा दिनों तक जेल में नहीं रख सकते केश फाइनल होने में 7-8 साल लग सकते है। और आरोपी पिछले 15 -16 महीने से जेल में निरुद्ध है। यूपी सरकार के अधिवक्ता ने कहा समाज में गलत मैसेज जायेगा। तो अदालत में आठ हफ्तों की अंतिम जमानत दे दी। साथ में😘 सरते रखी आशीष मिश्रा अपनी लोकेशन अदालत को बताता रहेगा आशीष मिश्रा या उनके परिवार के दौरा गवाहों को परेशान या मुक़दमे में देरी करने पर👍 उनकी जमानत रद हो सकती है। ट्रेवल कोर्ट में पेसी के इलाका के उत्तरप्रदेश या दिल्ली नहीं रह सकेंगे जमानत पर रिहा होने के एक सफ्ताह में वह उत्तरप्रदेश छोड़ देंगे। अब इस तरह की जमानत का अर्थ क्या है। शर्तो पर जमनात और आपने घर भी नहीं रह सकते। एक तरीके से जिले बडेर या स्टेट बदर यानि आपने घेर आपने जिले और राज्य से बाहर तो लाभ क्या होगा। क्या आशीष मिश्रा 8 हफ्ते घर से बाहर होरलो में रहेंगे ये तो अदालत ने उनका खर्च बढ़ा दिया। जिस पावर में आज अजय मिश्रा टेनी है। ये बहुत बड़ी जीत है। बताते है। कैसे क्योकि ये जमानत के 8 हफ़्ते आशीष मिश्रा के कैरेक्टर को साबित करेंगे जैसे बाबा राम रहीम सजा होने के बाद बहार -बार पैरोल पर जाते है। और तब समय पर जेल वापसी करते है। ऐसे ही आशीष मिश्रा 8 सप्ताह सही और बिना किसी विवाद के अगर बाहर निकारे गए तो इसका लाभ उन्हें मुकदमे में मिलेगा ओर बाकी रही गवाहों की बात मात्र इस बात से ही कि आशीष मिश्रा अब जेल से बाहर है। उसका असर मानसिक रूप से नज़र आने लगेगा। उस शब्दो के दौरा कहने की जरुरत शापद नहीं है। और मिडिया का रोल क्या होगा ये आनेवाला समय बताएगा। जय। हिन्द। 💚जय भारत। 🙏 |
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