(bageshver- dhaam) बागेश्वर धाम सरकार (बाला जी धाम) पर लगे आरोप मुकदमा दर्ज की अपील ,नहीं तो आंदोलन होगा ?

 बागेश्वर धाम  सरकार (बाला जी धाम) पर लगे आरोप मुकदमा दर्ज की अपील ,नहीं तो आंदोलन होगा ?             
     
                                             भागेश्वर धाम 
भागेश्वर धाम सरकार यह पर बाला जी  आरती लगाई जाती है। और लोगो की समस्याओ का निवारण  किया जाता है।  यहाँ पर लोगो की काफी श्रद्धा है।  और समस्या से ग्रस्त लोग अपनी समस्या को लेकर प्रार्थना करते है यानी कि अरजी लगते है। बाला जी के  चढ़णो में और उस अर्जी पर समाधान आपने आप को बाला जी का भगत बताने वाले श्री धीरेन्द्र क्रिसन महाराज के माध्यम से होता है। इसका प्रचार सोशल मिडिया के दौरा भी किया जाता है।  फेसबुक पर कोई ऐसी वीडियो अपलोड है। जिसमे समस्या समाधान पर लोग गुड़ गान नज़र आते है।  और इसी तरह से प्रचार कर लोगो तब तक उनकी समस्याओं के समाधान का मैसेज पहुँचाया जाता है। इसी बीच कई ऐसी वीडियो भी है। जो श्री धीरेन्द्र कृष्ण महाराज पर सवाल खड़े करती है। समाधान को करते हुए जो वीडियो अपलोड है। वो एक तरह से धाम की मार्केटिन करती नजर आ रही है।  इसी बात का दूसरा पहलु ये भी हो सकता है। कि bageshver dhaam की वीडियो अपलोड करके कोई अपने सोशल मिडिया पेज या चैनल पर व्यू बढ़ा रहा हो।  परन्तु इसके चांस कम है। क्योकि जिस तरह से वीडियो अपलोड है। वो देखकर लगता है।की ये वीडियो बनाया ही मार्केटिंग के लिए  है।                                                                                                                                            अब आपको बताते है।  कि मार्केटिंग का अर्थ क्या होता है। किसी कंपनी में माल को सर्वोत्तम रीति से प्रदर्शित और विज्ञापित करना भागेश्वर धाम सरकार पर अखिल भारतीय अंशस्रधा निर्मूलन सिमित का आपरोप है कि दिव्यसक्ति का दावा करने वाले भागेश्वर सरकार के नाम से प्रसिद्धा धीरेन्द्र कृष्ण महाराज के खिलाफ जादू - टोना  विरोधी कानून के अंतगर्त प्रकरण दर्ज केर उन्हें गिरफ्तार करने और दिव्या 
                
एक कदम। 💗सच्चाई के और 🙏
दरवार के आयोजकों पर कारवाई करने की मांग पुलिस से की गई।  अन्यथा आंदोलन का रास्ता अखिस्यार करने  चेतैनी दी गई 😍 है।  सिमित ने bhageshver dhaam सरकार को चैनोटि दी थी जिसे धीरेन्द्र कृष्ण महाराज ने स्वीकार नहीं किया और अपना नागपुर का कार्यक्रम समय से दो दिन पहले समाप्त करके चले गए। इस मांमले में भागेश्वर सरकार की आयोजन सिमित का कहना है। कि कथा में अंधश्रद्धा जैसी कोई भी बात नहीं  हुई। भागेश्वर  सरकार ने कभी भी  घोषड़ा नहीं की कि। वे चमत्कार करते है।  दरवार में जो भी होता है।  वह सम्मान्य तरीके से होता है। कैंसर हॉस्पिटल से सम्बंधित जरुरी मीटिंग में शामिल होने के लिया उन्हें दो दिन पहले कथा का समापन करना पड़ा। महाराज जी के नागपुर आने के बाद यह तय हुआ था की। 11- जनवरी तक ही कथा होगी। पोस्टर पहले छप गए  थे। रायपुर की कथा में भी दो दिन कम किये गए है।                                                                                                                                                                       दूसरी तरफ अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति संस्थापक 😚 ने कहा की सम्विधान के अनुसार राम कथा या धर्म का प्रचार प्रसार करने का सभी को अधिकार है। लेकिन धीरेन्द्र कृष्ण महाराज ने नाग पुर के आयोजन में चमत्कारी दावे कर कानून का उलंघन किया वीडियो में महाराज कह रहे है। भूत बाधा की सवारी आती उपद्रव किया गया है। गन्दी तांत्रिक क्रिया है। तबियत ठीक नहीं रहती तत्काल मृतयु , 😢 अभी तक घर में (5- मृतयु ) हुयी है। पितृदोष के कारण आपके पिता का नाम संकरलाल है। माइक से बोले यह सब नहीं तो हम तुम्हारे सारे कांड खोल देंगे। 🙌 संस्थापक ने कहा 9- जनवरी को समिति ने
महाराज को  नाम आयु मोबाइल बताने दूसरे कमरे में रक्खी दस वस्तुओ की पहचान कीरने  और वीडियो के अनुसार दिव्या सक्क्ति के दावे सावित कर 30 - लाख रुपये जितने की चिनौती दी थी। लेकिन महाराज ने चुनौती स्वीकार नहीं की महाराज की राम कथा 13 - जनवरी तक होने वाली थी। लेकिन दो दिन पूर्व 11-  जनवरी की शाम को ही महाराज नागपुर से चले गए। इसके बाद पुलिस के अलावा अधिकारियों को इसकी सुचना दी गई। 👍                                                                                                                                                                         अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति पर भी सवाल उठे क्योकि महाराष्ट्र  के मुख्यमंत्री समिति के अध्यक्ष है। और समिति जादू - टोना विरोधी कानून प्रचार - प्रसार कार्यक्रम अमल में लेती है।  उप - मुख्यमंत्री ने उस कानून के निर्मार्ण में अहम भूमिका 💜 निभाई।  समाजिक न्याय विभाग का प्रभार फिलहाल मुख्यमत्री के पास है।  सम्बन्धिक विभाग का मंत्री ही समिति का अध्यक्ष है। और विभागो के सचिव भी समिति में शामिल होते है।  भागेश्वर सरकार के कार्यक्रम में कथा के दौरान उप मुख्यमंत्री और नितिन गौकरी जैसे वरिस्ठ नेता शामिल थे। ऐसे में समिति पर भी सवाल उठे।  एक तरफ सरकार के जिम्मेदार लोग कथा में जाकर उसका समर्थन कर रहे  है। इसका जवाब समिति के पास नहीं था।  वही कथा की आयोजन समिति का आरोप है।  कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के पदाधिकारी सस्ती लोकप्रियता के लिए यह सब स्टार्ट कर रहे है।  💚💚                                                 ( 19 - जनवरी को बड़ाफोड़  सभा का आयोजन बागेश्वर सरकार के खिलाफ समिति के दौरा किया जायेगा जरुरत पड़ने पर समिति अदालत का दरवाजा खटखटएगी और सड़को पर आंदोलन किया जायेगा। 


इस सारे प्रकरण में बागेश्वर सरकार वनाम पर होने वाली राजनीति से ये बात तय है कि बागेश्वर सरकार का नाम आने वाले समय में बहुत होगा। बाकी रही अंध विश्वाश और जादू - टोना आदि का इस्तेमाल  करने में भारतीय जनता पार्टी माहिर है। ये मुद्दा राम कथा से भी जुआ है। और मार्केटिंग धर्म की कैसे करनी है। B.J.P माहिर है। अब देखते है।  आगे क्या होता है।🙏😍
      
                                                   ध्यानवाद। 🙏                            जय। हिन्द। जय भारत। 😍🙏                          

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