Web Series :- दिल्ली क्राइम 2022-2 (रिव्यू) वेब सीरीज



वर्तिका चतुर्वेदी साउथ दिल्ली की ACP जिनके ऊपर बनी दिल्ली क्राइम पार्ट-1 जो की काफी जबरदस्त वेब सीरीज थी। जो सत्य घटनाओं से प्रेरित कहानी थी। इसी के प्रयास में पार्ट-2 बनाई गई जो कि कच्छा बनियान गिरोह के ऊपर था कहे उस समय हमारे देश में काले कच्छे वाले गिरोह कुछ समय के लिए सक्रिय हुए थे उनके आइडिया पर कहानी बनाई गई। और साफ़ था कि कहानी काल्पनिक है। और उसे सत्य का रूप देने के चक्कर में वेब सीरीज अपनी लय से भटक गई। शुरुआत अच्छी थी परन्तु बाद में स्टोरी बैठ गई जिसका अहसास फिल्म मेकर्स को भी हो गया जिसके का तीन घंटे चालीस मिनट में ही सीरीज को क्लोज करना पड़ा। शायद इतने वक्त को पूरा करने के लिए कुछ सीन ऐसे हो गए जिनसे वेब सीरीज ने अपना शुरुआत में बना इंट्रेस्ट खो दिया। अंत बोर हो गया परन्तु फिर भी इस तरह की सीरीज के दर्शकों के लिए यह तीन घंटे चालीस मिनट का एक टाइम पास बन गई। पहली दिल्ली क्राइम ने जो आकर्षण दिया था उसकी तलाश में ये फ्लॉप है। तालमेल  बनाने में कामयाबी नहीं मिली। इसमें कलाकार भी ओवर रियेक्ट के चक्कर में अपने किरदार से इंसाफ नहीं कर सके जो पार्ट-1 में था। 



यहाँ ये कहना गलत नहीं होगा। कि पहली मिली सफलता के चक्कर में एक्स्ट्रा करने के चक्कर में कलाकार अपने किरदार से भटक गए शायद अनुभव की कमी नजर आई। कुल मिलाकर ये वेब सीरीज पार्ट-1 के मुकाबले में कही भी नहीं ठहरती। यहाँ तक पुलिस वालों की निजी जिंदगी का और ड्यूटी का तालमेल कैसा रहता है। ये दर्शाने का तरीका भी सही नहीं था। अब यहाँ ये कहना भी उचित होगा जिन्होंने पार्ट-1 देखा है वो पार्ट-2 को हजम नहीं कर पाएंगे। शायद इसका मुकाबला पहले के मुकाबले में नहीं ठहरता ये चीज भी चुभती है। बाकी आप लोग अगर इस वेब सीरीज को देखते हैं तो कमेंट जरूर करें। 'आपके अनुभव भी जाने जा सके। और आप लोग भी कोई विशेष विषय पर अपनी बात कहना चाहते हैं। तो लिखे अगर आपके विचार लिखने योग्य होंगे तो आपकी पहचान के साथ आपके अनुभवों को शेयर करेंगे।'

लेखक की कलम से


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