A True Story :- गाँव की देसा से कैसे बनी ‘सोनाली फोगाट’ ?

 एक परिचय

                        एक ऐसी शख्सियत का जो हरियाणा में ग्रामीण औरतों की आवाज़ बनी। जिसने आम सामान्य परिवार में जन्म लेकर अपनी योग्यता के आधार पर कामयाबी की ऊँचाइयों को छुआ। 


               ज़िला फ़तेहाबाद ग्राम भूथन कलां जो फतेहाबाद - भूना रोड पर स्थित है। इस गाँव के महाबीर सिंह ढाका के घर पर पैदा हुईं सोनाली सिंह उर्फ़ देसा जिसका जन्म 21 सितम्बर 1979 को अपने गाँव में अपने घर पर हुआ। दो बहनों और दो भाइयों की ये बहन 'देसा' ने जब गाँव के स्कूल में पढ़ाई शुरू की तो किसी को नहीं पता था ये लड़की एक दिन ऊँचाइयों को छुए गी। पिता जी के पास 4 एकड़ ज़मीन और एक ज्वैलरी शाप है जिसे 'देसा' का भाई वतन ढाका अपने पिता के साथ मिलकर चलाता है। दूसरा भाई रिंकू ढाका प्रॉपर्टी का काम करता है। दस वीं तक की पढ़ाई गाँव के स्कूल में की। 12 वीं कक्षा कन्या स्कूल फतेहाबाद में की और उसके बाद महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय रोहतक से स्नातक हिंदी और कला में किया। वैसे तो आठ साल की उम्र में ही सोनाली को दूरदर्शन पर प्रसारित हरियाणवी शो में एंकर चुना गया।  आठ साल की उम्र में कैरियर की शुरुआत तो हुई, कामयाबी नहीं मिली। प्रसिद्धी की तलाश में मुंबई आकर कुछ दिन मॉडलिंग में अपने कैरियर पर काम करने के बाद उसका विवाह संजय फोगाट से हुआ यहाँ से गाँव की देसा या सोनाली सिंह बनी सोनाली फोगाट। 


2016 में संजय की उसके फ़ार्म हॉउस में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई उन दोनों की एक बेटी है। जिसका नाम यशोधरा फोगाट है। 2016 में जी टीवी श्रृंखला 'एक माँ जो लाखों के लिए बनी अम्मा' में जिसमें अमन यतन वर्मा और उवर्शी शर्मा ने अभिनय किया, उन्होंने फ़ातिमा के रूप में अभिनय की शुरुआत की। 2019 में वह अमित चौधरी द्वारा निर्देशित वेब श्रृंखला 'द स्टोरी ऑफ बदमाशगढ़' में दिखाई दी। हरियाणवी संगीत वीडियो (बन्दूक अली जाटनी) 2019 में अभिनय किया। 2019 में हरियाणवी ड्रामा फिल्म "छोरियाँ छोरों से कम नहीं होतीं" से अपना फिल्मांकन शुरू किया।


सोनाली फोगाट ने 8 अक्टूबर 2019 को हिसार के आदमपुर के बालासमंद गाँव में एक रैली के दौरान उनके भाषण के लिए उनकी भारी आलोचना हुई। उस भाषण के बाद उन्होंने अपनी गलती की माफ़ी भी मांगी। 5 जून 2020 को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में वह एक अधिकारी को अपनी चप्पलों से मारती नजर आईं।


राजनीति में सोनी फोगाट आदमपुर सीट से कुलदीप विश्नोई के ख़िलाफ़ बीजेपी की टिकट पर विधानसभा चुनाव में लड़ी(भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही थीं)


सोनाली की शादी बीजेपी के नेता संजय फोगाट से हुई। संजय की मृत्यु के बाद सोनाली बीजेपी से जुड़ीं और महिला मोर्चा के साथ कार्य शुरू किया। 2019 को महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनी। 2019 में ही आदमपुर सीट से विधायक चुनाव के लिए कांग्रेस नेता कुलदीप विश्नोई के खिलाफ चुनाव में खड़ी हुईं। आम चुनाव में वो हार गईं। मगर हाल में ही कुलदीप विश्नोई ने बीजेपी को ज्वाइन कर लिया। इसीलिए कुलदीप विश्नोई सोनाली फोगाट से मिलने गए। सोनाली फोगाट आदमपुर से चुनाव लड़ना चाहतीं हैं। विधायक बनना चाहतीं हैं। मगर अचानक दिल का दौरा पड़ने की वजह से गोवा में उनकी मृत्यु हो जाती है। सूत्रों के अनुसार सोनाली फोगाट एक मिलियन डालर के आस पास की संपत्ति छोड़कर गई हैं। सोनाली की 22 -23 अगस्त के दरमियान, रात गोवा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मौत से दो दिन पहले सोनाली गोवा पहुंची थी। उसे ड्रिंक में ड्रग्स दी गई और तबियत बिगड़ने पर हॉस्पिटल की जगह दो घण्टे तक बाथरूम में रखा गया। इस दौरान उसके साथ उसका P.A सुधीर सांगवान और सुखविंदर उसके साथ रहे सूत्र बताते हैं। सुधीर से उसके संबंध भी थे। गोवा पुलिस ने सुधीर सहित पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार कर रखा है। CBI जाँच की बात चल रही है इसलिए अभी अंदाजा लगा कर बात कहना उचित नहीं होगा। बाकी आप अपने सुझाव दें और हम आप तक हर बात का विस्तार लेकर आएँगे।

                                                                                                   ... (आगे नए लेख में)

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