भगत सिंह को किसने सिखाया था गोली चलाना
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
क्या आप जानते हैं कि भगत सिंह को किसने गोली चलाना सिखाया था और उनके साथियों को किसने गोली चलाना सिखाया तो आज हम आपको बताएंगे कि भगत सिंह को किसने गोली चलाना सिखाया था.
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
आपको बता दें शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह का और झांसी की धरती पर गहरा नाता है उन्होंने अपने क्रांतिकारी जीवन के 6 साल बिताए हैं यहीं रहकर उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संग्राम का गानाबना गुना था वह ओरछा के एक गाव में नाम बदलकर रहते थे इतना ही नहीं उनकी शहादत के बाद मां जगरानी देवी ने भी जीवन के अंतिम क्षण यहां बिताए और यही उन्होंने अंतिम सांस ली है चंद्रशेखर आजाद की आज 115 वी जयंती है झांसी में उनके क्रांतिकारी जीवन पर पढ़िए रिपोर्ट !!
आपको बताते हैं कि चंद्रशेखर आजाद ने अज्ञातवास बोले बुंदेलखंड में ही रहकर काटा था बुंदेलखंड के कई क्षेत्रों में वे नाम बदल कर रहे और सातारा में वह कुटिया में पंडित हरिशंकर ब्रह्मचारी के नाम से रहते थे सतारा में उनके कुटी क्रांतिकारी गतिविधियों का केंद्र बन गई थी !!
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
आपको बताते हैं कि अधिकांश गुप्त योजनाएं इसी खुशी में बनती थी चंद्रशेखर आजाद को बुंदेलखंड का खाना खाकर यहां की कड़ी बहुत पसंद की ओरछा की जगल में उन्होंने दूसरे क्रांतिकारियों की प्रशिक्षण और बच्चों को अध्यापन कराया इसके साथ ही यहां उन्होंने अपने साथियों के साथ निशानेबाजी भी की लोग कहते हैं कि चंद्रशेखर आजाद ने भगत सिंह और उनके साथियों को बुंदेलखंड में गोली चलाना सिखाया था आजाद और मां जगरानी को बुंदेलखंड से बड़ा लगाव था आज भी बुंदेल उन्हें याद करते हैं हरगोविंद कुशवाहा उपाध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान गुरु !!
आपको बता दें कि चंद्रशेखर आजाद के बलिदान के कुछ समय बाद ही उनके पिता श्री राम तिवारी की भी मौत हो गई थी ऐसी परिस्थितियों में उनकी मां जगरानी देवी अकेली पड़ गई !!
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
आपको बता दें कि झांसी में चंद्रशेखर आजाद को क्रांतिकारी मास्टर रुद्र नारायण का साथ मिला वह टकसाल मोहल्ले में रहते थे इसके साथ ही सदाशिव राव मलकापुर भगवानदास माहौर और कन्यादान के महाराज खड़क सिंह जूदेव ने उनकी काफी मदद की थी इसके अलावा नई बस्ती जनपद बिलैया खिड़की और दतिया में उनका प्रवास रहा !!
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
आपको बता दें कि आज के दौर में सभी ने चंद्रशेखर आजाद का बलिदान भुला दिया है अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद ने देश के लिए बलिदान दे दिया था लोगों ने उनकी याद में प्रतिमा लगवाई और मीनार बनाई लेकिन अब यह दुर्दशा की शिकार है मानिक चौक में लगी प्रतिमा अतिक्रमण की चपेट में है अधिकांश लोगों को प्रतिमान नजर ही नहीं आती ग्वालियर रोड स्थित आजाद मीनार भी लंबे समय से रंगाई पुताई के इंतजार में आजाद मनिहार में पहुंचने के लिए सीधा रास्ता ना होने से अधिकांश लोगों को इसके महत्व की जानकारी नहीं है चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य कर्मचारियों को भी समर्पित है
ऐसी और भी अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट SSSNEWS.IN इन पर जाएं और अधिक जानकारी के लिए हमारे चैनल SSSNEWSHINDI पर विजिट करें !!
Who taught Bhagat Singh to shoot !!
0 टिप्पणियाँ