तीसरे मोर्चे का गठन इंडिया गठबंधन के लिए बना खतरा।

           


मोदी जी ने इंडिया गठबंधन को तोड़ने के लिए हर संभव कोशिश की परंतु आखिर इंडिया गठबंधन बन गया परंतु जैसा की राजनीति में होता है हर कोई मौके का उचित अवसर उठाने का प्रयास करता है। इसी मौके का अवसर उठाने का प्रयास कर रहे हैं ओवैसी और पल्लवी पटेल

इन्होंने तीसरे मोर्चे का गठन कर लिया।

          हमारे देश में राजनीतिक पार्टियों लोगों की भलाई के लिए और पार्टियों की विचारधारा के अनुसार बनाई जाती है परंतु अब राजनीति एक बिजनेस हो गया है जिसका नुकसान देश को हो रहा है इस समय अपनी हैसियत से ज्यादा और देश की सबसे मजबूत पार्टी भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में हारने के लिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, सपा, बिहार से लाल यादव की पार्टी,शिवसेना आदि पार्टियां इकट्ठा होकर इंडिया गठबंधन के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही थी और यह भी अफवाहों के बाजार में खबर थी कि मोदी इन पार्टियों के नेताओं को तोड़ने के लिए ईडी, सीबीआई आदि का इस्तेमाल कर रहे थे। परंतु इनके हौसले मजबूत होते जा रहे थे। इसी बीच तीसरे मोर्चे की खबर ने यह बात तय कर दी है कि अब इंडिया गठबंधन का नुकसान होना तय है


          यहां पर जो आंकड़े नजर आ रहे हैं भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक और उनके सामने अब दो मोर्चे चुनाव लड़ेंगे तो समझ लीजिए भारतीय जनता पार्टी के विरोध का वोट बैंक बढ़ जाएगा जिसका सीधा-सीधा लाभ मोदी और भारतीय जनता पार्टी को होगा। यानी कि जो नुकसान सत्ता पक्ष की एजेंसियां नहीं कर पाई वह नुकसान अब पल्लवी पटेलओवैसी करेंगे। आने वाले समय की क्या राजनीति होगी यह तो समय बताएगा। परंतु हम आपसे निवेदन करेंगे कि आप अपने कमेंट करें और बताएं कि आने वाली राजनीति क्या तय करेगी।

                   जय हिंद।

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