कैसे बाहुबल और पैसे के दम पर सपा विधायक भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जेल में कर रहा था ऐश।। चित्रकूट जेल 'मिलन कांड' पर एक रिपोर्ट।।

     कैसे बाहुबल और पैसे के दम पर सपा विधायक भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जेल में कर रहा था ऐश। चित्रकूट जेल 'मिलन कांड' पर  एक रिपोर्ट।।

      बाहुबली मुख्तार अंसारी को लेकर योगी सरकार  काफी गंभीर है इसी बीच मनी लांड्रिंग केस में बंद माफिया डॉन के बेटे सपा विधायक अब्बास अंसारी और अब्बास की पत्नी ने कर दिया एक कांड जिसे नाम दिया गया है 'मिलन कांड'


         आइए जानते हैं क्या है यह भारत के इतिहास में यह घटना बाहुबल और पैसे के दम और दहशत के कारण एक अनोखी घटना है पहला कांड होगा जिसमें जेल में बंद बंदी रात में अपनी पत्नी के साथ जेल में बंद कमरे में था और मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था ऐसा नहीं है कि बाहुबल के दम पर जेल की व्यवस्थाओं को अपने अनुसार नहीं ढाला जा सकता परंतु पकड़ में आने के बाद यह कांड अभी तक देश का पहला कारण है इसमें जेल के अधिकारियों से सांठगांठ करके रोज प्राइवेट रूम में तीन-चार घंटे मुलाकात होती थी समय होता था रात का।

         चित्रकूट के जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान ने मिली सूचना पर रात में जेल में छापा मारकर दोनों को रंगेहाथ पकड़ा। जेल अधीक्षक समेत 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो को गिरफ्तार कर 5 दिन की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार चित्रकूट में भेज दिया गया उनका आशियाना चित्रकूट जेल रहेगी

              बाहुबली विधायक अब्बास अंसारी को हाई सिक्योरिटी जेल कासगंज में शिफ्ट किया गया है कासगंज शहर से 30 किलोमीटर दूर इस जेल की हाई सिक्योरिटी बैंक में अब्बास रहेगा इस जेल में पहले से भी कई माफिया डॉन शिफ्ट होकर आ चुके हैं सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह जेल काफी सुरक्षित है।

                   जेल में सुविधाएं मिलाना या मोबाइल का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है परंतु जेल में पति पत्नी का मिलन यह पहला  विषय है सत्ता पक्ष के बंदी अक्सर कानून को तोड़ते हैं और जेलों में नशे की गोलियां, गांजा, शराब और स्मैक आदि नशे पैसों के दम पर उपलब्ध होते हैं बाहुबल और पैसों के दम पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल या उपलब्ध होना भी बड़ी बात नहीं है और यह सब जेल प्रशासन की मिली भक्ति से संभव है कि जिला प्रशासन या जिला न्यायाधीश की टीमें जेलों में चैकिंग नहीं करते । सब होता है परंतु छोटी मोटी रिकवरी के सिवाय मिलता कुछ नहीं यह सत्य है और अगर बाहुबल के साथ सत्ता का आशीर्वाद भी हो तो जिला प्रशासन की सपोर्ट भी मिल जाती है। 

                      जेल में सुविधाएं और नेताओं की सिफारिश आखिर इसके पीछे का कारण क्या है बाहुबली लोग परिस्थिति वश जेल जाते हैं उनका प्रभाव बाहर की राजनीति में काफी होता है बस फिर क्या हमारे देश की राजनीति जो बिजनेस ही है जेल को फाइव स्टार होटल की सुविधाओं में तब्दील कर  दिया जाता है और हमारे देश का तो इतिहास रहा है अंदर से गैंग ऑपरेट होते हैं परंतु अब्बास के केस में ऐसा नहीं है यहां तो पूर्णतः बाहुबल और पैसा है प्रदेश का मुख्यमंत्री अब्बास और उसके पिता के खिलाफ है और इस माहौल में जेल में रात को मिलने तक की सुविधा का मिल जाना खुद बयान कर रहा है कि मुख्त्यारअंसारी और उसके परिवार की कितनी पकड़ होगी

                        

      हमारे देश का दुर्भाग्य है जो पावर में होता है वह अपने उस समय का पूरा इस्तेमाल करता है जैसे बड़े-बड़े पदों पर तैनाती पैसे के बल पर मिलती है और साथ में आप सत्तापक्ष के कितने नजदीक हैं बहुत से उच्च अधिकारी समय और सत्ता के साथ सुर बदल लेते हैं जिस कारण यह अधिकारी चुपचाप अपना समय काटते है और किसी से भी रिश्ता नहीं बिगड़ते क्योंकि उनको पता है वक्त और सत्ता कब बदल जाए कुछ पता नहीं इसी का जीता जागता उदाहरण है चित्रकूट जेल का 'मिलन कांड' ।

                          हम लोग इस कांड को कुछ दिन तक याद रखेंगे इसी बीच कुछ नया हो जाएगा और हम लोग उस पर ध्यान देने लगेंगे यही हम भारतीयों का सत्य है अभी कुछ दिन पहले मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उत्तर प्रदेश लाया गया और उस समय यही बात चल रही थी कि योगीराज में मुख्तार अंसारी का एनकाउंटर ना हो जाए और व्हीलचेयर पर बीमार होने का नाटक कई दिन तक चलता रहा और आज उनके बेटे का यह 'मिलन कांड' कहीं लग रहा है कि अंसारी परिवार को योगी से कोई खतरा है नहीं अपने-अपने सोर्स से और पैसों के दम पर सब कुछ सेटल कर लिया है इसी कारणों से देश में सरकारों पर उनकी नीतियों के कारण आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं और हमारे अधिकारी अपने तरीके से सत्ता पक्ष को डील करके देश का शासन अपने अनुसार चलाते हैं यही रीत पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय थी और यही नरेंद्र मोदी के समय है बस बदलाव इतना हुआ है अब सोशल मीडिया के समय में हर खबर और हर बात आम जनमानस के पास पहुंच जाती हैं वक्त के साथ राजनीति में गंदगी बढ़ीं है 

                          अब सुधार कैसे होगा यह चिंता का विषय है क्योंकि नियंत्रण तो कहीं नहीं है सत्ता पक्ष पावर में जरूर है परंतु अपने समय का आनंद ले रहा है विपक्ष वक्त के कारण थोड़ा दबा जरूर है लेकिन वह भी अपना काम निकाल रहा है और शोषण किसका हो रहा है वह है हमारे देश की आम जनता जो रोटी कपड़ा और मकान की चिंता में अपने परिवार की चिंता में कुछ नहीं कर पा रही जिनके ध्यान को धर्म और आपसी मतभेदों में बांट दिया गया है जैसे जेबकतरा जेब काटते समय व्यक्ति के ध्यान को बांट देता है यही हमारी देश की जनता के साथ हो रहा है।    

                                                    जय हिन्द जय भारत। 🙏





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