9 जुलाई 2022
फिल्म धर्मवीर में शिवसेना के कार्यकर्ताओं का हिन्दू धर्म और राष्ट्र के प्रति प्रेम दर्शाया गया है महाराष्ट्र में एक नाथ शिंदे के द्वारा उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत और हिन्दू राष्ट्र समर्थकों के सामने उद्धव ठाकरे को खलनायक के रूप में पेश करना और फिल्म धर्मवीर में शिव सैनिक के जीवन के ऊपर प्रेरणा के साथ में पेश किया गया है उसके आधार पर ये बात कहना गलत नहीं होगा उद्धव ठाकरे ने भारत के हिन्दू के साथ में न्याय नहीं किया महाराष्ट्र में सरकार बदलाव के समय पर इस फिल्म का रिलीज होना ये बात दर्शाता है कि बी.जे.पी सरकार गिरने का राजनीति दाँव बहुत समय पहले से तैयार कर रही थी और उचित समय पर घटनाक्रम के साथ में एक नाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाते हुए खुद मुख्यमंत्री पद का लाभ न करना और धर्मवीर फिल्म के माध्यम से शिवसेना के राष्ट्र प्रेम के मकसद का ज्ञान महाराष्ट्र के शिवसैनिकों और हिन्दू संगठनों को कराने के बाद,
महराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के द्वारा
शिवसेना प्रमुख होते हुए कांग्रेस और NCP के साथ
समझौते के कारण आने वाले विधान सभा चुनाव में एक नाथ शिंदे
शिवसेना के वोट बैंक पर अपना नियंत्रण कर लिया है, परन्तु
आने वाले समय में वोट बैंक बीजेपी के हक़ में जा सकता है, जहां
ये कहना उचित होगा की ठाकरे परिवार ने पार्टी पर ही नहीं शिवसेना की
सोच पर असर किया है। बीजेपी महाराष्ट्र में बहुत बड़ी हिन्दू
वादी पार्टी बन के उभरेगी ऐसा अंदाजा नजर आ रहा है। आने वाला समय बताएगा
कि एक नाथ शिंदे पार्टी चला पाएंगे या ये बीजेपी में
विलय हो जायेगी, परन्तु ये बात तय है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे
की नीति में शिवसेना को काफी नुकसान पहुंचाया है इन दोनों में
नज़दीकी लाभ के चक्कर में दूरगामी हानियों को नहीं परखा।
संपादक की कलम से
0 टिप्पणियाँ